हम जानते हैं कि वर्तमान में प्रत्येक व्यक्ति को अपने स्वास्थ्य और बीमारियों से मुक्त रखने के लिए योग जरुर करना चाहिए। क्योंकि योग हमारे जीवन का एक अहम भाग है। अगर कोई व्यक्ति योग करता है तो उसे अनेकों प्रकार के स्वास्थ्य संबंधी लाभ प्राप्त होते हैं। इसके अलावा वह व्यक्ति कभी किसी प्रकार की बीमारी का रोगी नहीं होता है। योग का भारत से हजारों साल पुराना संबंध है और योग की उत्पत्ति भारत देश में हुई थी। वर्तमान में भारत को योग का देश कहा जाता है। भारत पुरे विश्व में योग को प्रसारित और प्रचारित किया है। वर्तमान में दुनिया के 2 अरब से अधिक लोग योग का नियमित रूप से अपने घर में अभ्यास करते हैं।
योग की उत्पत्ति कब हुई
योग की उत्पत्ति भारत में 5000 वर्ष पहले हुआ था। ऐसा माना जाता है कि भारत का पहला योग महागुरु भगवान महादेव थे। ऐसा माना जाता है कि उस समय भगवान शंकर ने अपने द्वारा अर्जित योग को महान 7 ऋषि मुनियों के साथ साझा किया था और ऋषि मुनियों ने इस संसार में योग का प्रचार और प्रसार किया। सिंधु सभ्यता के बारे में हम लोगों ने इतिहास में पढ़ा था कि इस सभ्यता का जब पतन हुआ और जब इसकी खुदाई हुई तो वहां पर इस बात के प्रमाण मिलते हैं की उस समय भी सिन्धु सभ्यता में रहने वाले लोग योग किया करते थे।
महर्षि पतंजलि को आधुनिक योग का महागुरु कहा जाता है। उन्होंने योग के जटिल प्रक्रियाओ को काफी आसान तरीके से लोगो को बताने का अपना भरसक प्रयास किया। जिसके कारण आम जन भी योग के महत्व को समझ पाए, जिसका परिणाम हुआ कि वर्तमान में प्रत्येक व्यक्ति अपने घर में योग करता है ताकि वह अपने आप को स्वस्थ रह सके।
योग करने का मुख्य लक्ष्य
- शारीरिक स्वास्थ्य
- मानसिक स्वास्थ्य
- आध्यात्मिक स्वास्थ्य
- स्वयं का अहसास
- सामाजिक स्वास्थ्य
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योग का महत्त्व
योग का एक विशेष महत्व होता है इसलिए पूरे विश्व में 21 जून को सभी देशों में योग दिवस मनाया जाता है। जिसके माध्यम से सरकार देश के नागरिकों योग के प्रति जागरूक करती है और साथ में लोग योग को नियमित रूप से करें इसके लिए उन्हें प्रेरित भी करते हैं। योग के महत्व को हम निम्नलिखित बिंदुओं कै माध्यम से जान सकते हैं।
हमेशा स्वस्थ रहना - जैसा कि आप जानते कि एक स्वस्थ व्यक्ति , अस्वस्थ व्यक्ति के मुकाबले काफी तेजी के साथ कोई भी कार्य को पूरा कर सकता है। इसलिए अगर हम आज की तारीख में स्वस्थ रहना चाहते हैं तो हमें अपने जीवन में योग का नियमित अभ्यास करना होगा। तभी जाकर हम अपने आपको स्वस्थ रख सकते पाएंगे। सबसे बड़ी बात है कि अगर हम अपनै जीवन में तनाव से बचना चाहते हैं तो हमें योग जरुर करना चाहिए।
शरीर को लचीला बनाता है - अगर हम योग का नियमित अभ्यास करेंगे तो हमारा शरीर लचीला बनेंगा। जिससे हम कोई भी काम काफी फुर्तीले ढंग से कर पाएंगे। विशेष रुप से ऐसा देखा जाता है कि हमारे अंगुलियों में दर्द होने से हम कोई काम अच्छी तरह से नहीं कर पाते हैं। इसके अलावा हमें यह भी देखनो को मिलता है कि कई लोगों को झुकने और बैठने में काफी दिक्कत और परेशानी आती है। इन सभी समस्याओं का एक ही इलाज है नियमित योग का अभ्यास करना।
ध्यान शक्ति को मजबूत करना - जैसा की हम लोग जानते हैं कि वर्तमान में मानव काफी व्यस्त हो चुका है। जिसके कारण वह अपना ध्यान किसी विषय पर अच्छी तरह केन्द्रित नहीं कर पाता है। अगर हमें भी अपनी ध्यान शक्ति मजबूत करनी है तो इसके लिए नियमित रूप से योग करना चाहिए। इसके अलावा हमारा मन शांत और तनावमुक्त भी लहेंगा।
योग करने के फायदे
- मांसपेशियों के लचीलेपन में सुधार।
- शरीर को आकर्षक और सुडौल बनाता है।
- पाचन तंत्र मजबूत करता है। ।
- शरीर के आंतरिक अंगों को मजबूत करते हैं।
- अस्थमा बीमारी के इलाज के लिए।
- मधुमेह रोगी के लिए।
- हृदय से संबंधित समस्या को दूर करता है।
- चेहरे को चमकदार और सुन्दर बनाता है।
- याद रखने की क्षमता को मजबूत करता है।
- एकाग्रता शक्ति को मजबूत करता है।
- एकाग्रता शक्ति को मजबूत करता है।
- मन और विचार नियंत्रण में मदद करता है।
- चिंता, तनाव और अवसाद जैसी चीजों से छुटकारा दिलाता है।
- तनाव कम करने में मदद करता है।
- रक्त परिवार और मांसपेशियों के विश्राम में मदद करता है।
- वजन घटाना।
- चोट से संरक्षण करता है।
निष्कर्ष
योग का हमारे जीवन में एक विशेष महत्व है इसलिए अगर हम नियमित रूप से योग करते हैं तो हमारा शरीर हमेशा निरोग रहेगा। योग एक प्रकार का ऐसा अद्भुत प्रक्रिया है जिसके माध्यम से हम अपने मन और तन दोनों को नियंत्रित कर सकते हैं। इसलिए जिस प्रकार आज का वातावरण तेजी के साथ परिवर्तित हो रहा है और हमारा जीवन शैली भी पहले के मुकाबले काफी बहुत ज्यादा बिगड़ चुका है तो उन चीजों को संतुलित करने के लिए हमें योग जरुर करना चाहिए।