आजकल की भागदौड़ भरी जिंदगी में सुकून की सबसे ज़्यादा कमी है। रोज की इस भागादौड़ी में थोड़ी देर के लिए ही सही लेकिन अपने दिमाग को शांत करना चाहता है। ऐसा करने से वो सुख की अनुभूति करता है। अगर आप तनाव में रहते हैं और आप प्रसन्न नहीं रहते हैं तो आप मेडिटेशन का सहारा ले सकते हैं। दरअसल मेडिटेशन दिमाग को शांत करने में काफी मददगार साबित होता है। अगर आपका दिमाग शांत और प्रसन्न रहता है तो आपकी सभी परेशानीया अपने आप ही हल हो जाएगी। यही कारण है कि आज पुरी दुनिया योग के माध्यम से अपने शरीर को और मेडिटेशन के व्दारा अपने मस्तिष्क को स्वस्थ रखने की कोशिश कर रहा है।
10 प्रकार के ध्यान
1. विपश्यना मेडिटेशन - इस तरह के मेडिटेशन जरीए मनुष्य खुद को नेगेटिविटी से पाॕजीटिविटी की ओर ले जाता है। यह ध्यान की सबसे महत्वपूर्ण विधी है। इससे आपके मन में जीवन के प्रति संतुष्टी के भाव पैदा होता है। इसे करना से मानसिक विकास तेजी से होता है। इस ध्यान में सांस का उपयोग किया जाता है। विपश्यना ध्यान उन लोगों के लिए ज्यादा लाभदायक है जो हर समय कन्फ्यूज रहते हैं या फिर जिनका मार्गदर्शन करने वाला कोई नहीं होता है।
2. त्राटक ध्यान - त्राटक मेडिटेशन जिसे केंद्रित ध्यान भी कहते हैं। इसमें पांचों इन्द्रियौ में से किसी भी एक का उपयोग करतै हुए एकाग्रता लाने की कोशिश की जाती है। इस प्रक्रिया को करते समय दिए की लौ, मोमबत्ती या फिर लेम्प के फोकस पाॕइंट पर ध्यान केंद्रित किया जाता है। इसै करने से दृश्य इंद्रिय पर विशेष प्रभाव पड़ता है। इस तरह से ध्यान लगाने से एकाग्रता कुछ क्षमता बढ़ती है।
3. थर्ड आई मेडिटेशन - तिहरा नेत्र हममें से हरएक के पास है लेकिन नजर नहीं आता है। मनुष्य की तिसरी आंख तब काम करती है जब उसका मन शांत और चित्त स्थिर होता है। ऐसा तभी होता है। जब वह ध्यान की अवस्था में हो। व्यक्ति कुछ तिसरी आंख उसकी उर्जा होती है। इस मेडिटेशन को करने का मुख्य उद्देश्य उस तिसरी आंख को जागृत करके शरीर में पर्याप्त ऊर्जा का संचार करना है।
4. कुंडलिनी ध्यान - कुंडलिनी योग एक ऐसा ध्यान का आधार है जिसके माध्यम से आप शारीरिक रूप से सक्रिय हो सकते हैं। इसमें मंत्रों का उच्चारण करने, गहरी सांस लेने और कई गतिविधि होती है। इसके आमतौर पर लोग क्लास लेते हैं ताकि वो उसको मंत्रों को और गतिविधियों को जान सकें। जिससे उन्है अभ्यास में दिक्कत ना हो। हालांकि इसके मंत्रों और इसके तरिको के बाद आप इसे घर पर भी बड़े आराम से कर सकते हैं।
5. मंत्र मेडिटेशन - मंत्र जिसे संस्कृत शब्द कहां जाता है। ये दो शब्दो से मिलकर बना है मन जिसका अर्थ है " मस्तिष्क " या सोचना और " त्राई " जिसका अर्थ है " रक्षा करना" या " से मुक्त करना "। इसके अभ्यास से आप अपने आसपास पैदा होने वाली नेगेटिव उर्जा को दूर रख सकते हैं। जोकी आपके मन को शांति और रिलैक्सेशन देंगी।
6. सहज योग मेडिटेशन - सहज योग मेडिटेशन का अर्थ होता है सह यानी आपके साथ और जब यानी जन्मा हुआ। योग से तात्पर्य मिलना या जुड़ना है। अतः वह तरिका जिसमें मनुष्य का संबंध या कहें योग परमात्मा से होता है सहज योग कहलाता है। इस तरह का मेडिटेशन आत्मजागरुकता पैदा करने के लिए किया जाता है। इसे करने के बाद कुंडलिनी जागृत होती है और इससे मनुष्य खुद को परमात्मा से जुड़ा हुआ महसूस करता है।
7. श्वास मेडिटेशन - इस मेडिटेशन में सांस के उपर अपनै ध्यान को लगाना होता है। अपने सांसों के आधार पर कैसे सांस हमारे नासिका से प्रवेश कर रही है और फेफड़ों पर जा रही है उसको हमें महसूस करना होता है की वो कहां से कहां जा रही है। इसे श्वास मेडिटेशन कहते हैं।
8. झेन मेडिटेशन - झेन मेडिटेशन बौद्ध परंपरा का एक हिस्सा होता है। इसका अभ्यास ट्रेन्ड प्रोफेशनल के देखरेख में किया जाता है। इसके अभ्यास में कुछ विशेष स्टेप और आसन होते हैं।यह आपके दिमाग को तेज करने में मदद करता है। और आपको तनाव मुक्त करके आराम दिलाता है।
9. मेटा मेडिटेशन ( loving kindness meditation ) - इस मेडिटेशन में आपको अपने प्यार वाली अहसास को जगाना होता है। कई बार करुणा और दया की जरूरत भी पड़ती है। जो है सब अच्छा है, सभी अच्छे है ये अहसास आपको मानसिक रूप से मजबूत बनाती है। इससे दिमाग तेज होता है और तनाव दूर होता है।
10. माइंडफुल मेडिटेशन - इस मेडिटेशन आप अपने आप हो रही गतिविधियों पर ध्यान केंद्रित कर सकते हैं जिससे मन और मस्तिष्क को एक जगह शांत रह सकते हैं। इसके अभ्यास के लिए कोई जगह या समय सीमा की आवश्यकता नहीं है। इस ध्यान से की मानसिक बिमारियों को ठीक किया जा सकता है। माइंडफुल मेडिटेशन व्यक्ति को वर्तमान मे जागरुक और उपस्थित रहने में मदद करता है। इसके अभ्यास से व्यक्ति को सचेत और सतर्क करता है।
निष्कर्ष
तो दोस्तो ये थे मेडिटेशन के अलग अलग प्रकार और आप के लिए इनमें से कौन सा बेहतर है ये आप स्वयं चुन सकते हैं। मैं आशा करता हूं कि ध्यान करने के 10 तरिके आपके समझ में आ गया होगा। अगर आपको ये पोस्ट अच्छी लगी तो इसे अपने दोस्तों के साथ जरुर शेयर करे।