अगर पेट ठीक है तो सब कुछ ठीक है। जीवन में हम में से हर किसी को कभी ना कभी कब्जा हुई होंगी। जिसका सिवा असर हमारे स्वास्थ्य पर पड़ता है। इस पोस्ट में हम इसका समाधान निकालने की कोशिश करेंगे।
पेट की गंदगी क्या है
जब भी आपका खाया हुआ भोजन सही से नहीं पचेंगा तो वो भोजन आपके पेट मे आपके आंतों मे सड़ने लगता है और वो बाहर नहीं निकलता। जो पचता है वहीं बाहर निकलता है, जो नहीं पचता वो गंदगी बनकर हमारी आंतों की दिवालों पर अन्दर से चिपक जाता है, जो की तरह तरह के प्रकारके दुष्प्रभाव हमारे शरीर के पर डालने लगता है।
पेट साफ न होने के कारण
1. हर का जंक फूड खाने, ज्यादा तला भुना, पैकेट बंद खाना जो लोग ज्यादा से ज्यादा खाना, मैदे से बनी खाना से ये समस्या देखी जा सकती है।
2. भोजन करने के नियम का पालन न करना, खाना खाते समय बहुत ज्यादा पानी पीना।
3. सोने जागने और भोजन के समय का निश्चित ना होना।
पेट के साफ न होने के दुष्प्रभाव
अगर पेट साफ नहीं होंगा तो वो धीरे धीरे आपके पेट मे घाव बनाने लगता है जो आगे चलके अल्सर का रुप ले लेती है। जिससे आपका खाया पिया शरीर को नहीं लगेगा। क्योंकि खाने में जो पोषक तत्व है वो आपके आंतों के माध्यम से ही ग्रहण किये जाते हैं। तो अगर आपके आंतों की दिलवालों पर गंदगी चिपक गई है तो उस न्युट्रीएन्स का एब्जोर्ब्सन नहीं हो पाएगा, जो आपके शरीर में नहीं जा पाऊंगा। जिसकी वजह से वो जैसे ही खाएंगे, वैसे ही निकल जाया करेंगा और खाया पिया शरीर को नहीं लगेगा। जिससे आपकी आपकी सेहत नही बनेंगी और आपको थकान थकान सा महसूस होंगा।
इसके अलावा मुंह से बदबु, खट्टी डकार, गैस की बहुत ज्यादा बदबु आती है। इसके बाद मल सख्त हो जाता है, जिससे आगे चलके कब्ज जैसी संमस्या देखी जाती है। जो आगे चलके बवासीर होने का कारण बन जाता है। मुंह और के अन्दर छाले होने की संभावना बढ़ जाती है। चेहरे पर मुहांसे, शरीर में आलस, किसी भी काम में मन न लगना ये सब पेट के साफ न होने से देखें जा सकते हैं।
आंतों में जमा मैल कैसे साफ करे
1. सुबह सुबह गुनगुना पानी पीना चाहिए। अगर आप एक गिलास गुनगुने पानी में एक चम्मच शहद और थोड़ा सा निम्बू का रस मिलाकर पीते हैं तो इससे आपका पेट तो साफ होगा ही साथ में अगर पेट में कोई इन्फेक्शन हुआ है तो उसमें भी फायदा होंगा।
2. रात को भोजन के बाद दुध में एक चम्मच त्रिफला चूर्ण मिलाकर पिएं। ये आपके पेट के अंदर के मल को साफ करने में मदद करेंगा।
3. एक कप पानी में आधा इंच अदरक का तुकडा पिसकर इसमें मिलाएं इसको तब उबालें जब तक यह आधा रह जाए। इसके इसको एक गिलास में छान लें। अब इसमें एक छोटा चम्मच अरण्डी का तेल ( खाने वाला ) मिलाएं। इसको रात में खाना खाने के बाद सोते समय पीना है। इससे आपका पैंट साफ हो जाएंगा।
4. दो चम्मच जीरा और दो चम्मच अजवायन ले। इनको धिमी आंच में पकाएं । अब इसमें एक चम्मच सौंफ और आधा चम्मच काला नमक मिलाकर मिक्सर में पिस ले। इस का उपयोग रात में खाना के बाद एक गिलास पानी में आधे से भी कम मात्रा में मिलाकर पिएं। इससे आपका पेट साफ हो जाएगा।
पेट की सफाई के लिए घरेलू उपाय
वामन धौती करें। इसे पेट धोना कहा जाता है, यहां तक कि इसे पेट धोने के रूप में भी कहा जाता है। 2 चुटकी गुनगुना पानी लें, पहले उबालकर छान लें, इसमें 1 बड़ा चम्मच नमक और सोडियम बाइकार्ब, दोनों को बराबर अनुपात में मिलाएं। इस सामग्री को अच्छी तरह से हिलाएं और फिर इस पानी को तब तक पीना शुरू करें जब तक आपका पेट भरा हुआ महसूस न हो जाए। हो सके तो पानी को कुछ देर के लिए रख दें। नहीं तो मैंने देखा है कि लोग इस पानी को पीने के बाद तुरंत उल्टी करने लगते हैं, हो सके तो कुछ देर रुकिए। फिर जीभ की जड़ को उँगलियों, मध्य आकृति को अपनी जीभ पर रगड़ कर उल्टी करने के लिए उकसाएँ। लेकिन जब आप उल्टी कर रहे हों तो कोशिश करें और देखें कि आपका पेट अंदर धकेल दिया गया है और पानी को अच्छी तरह से उल्टी कर दें। समझिए इस तकनीक का इस्तेमाल खाली पेट ही करना चाहिए और इसलिए सुबह नाश्ते से पहले ही करना चाहिए। इसके बाद 10 मिनट तक ध्यान रखना चाहिए और फिर अपनी अन्य गतिविधियों को शुरू करना चाहिए
तुरंत पेट साफ करने के लिए क्या खाएं
1. इसके लिए आपको चार सुखे आलूबुखारे ले ( अगर आपको आलूबुखारे नहीं मिलते हैं तो आप एक चौथाई कप किसमिस ले सकते हैं ) । इसमें आधा छोटा चम्मच अरण्डी का तेल मिलाएं। इनको एक चौथाई कप पानी में 10 से 15 मिनिट तक भिगोए। इसके इनको मसल लें। इसको रोज रात को सोने से पहले एक चम्मच लें।
2. अदरक का छोटे मुखड़े को घिसकर बारीक कर ले। इसमें पुदीने के तुकडे को मिलाएं। इसमें एक कप पानी मिलाएं। इसे 10 मिनिट तक गर्म करें। इसे एक गिलास में छान लें। आप इस मिश्रण को दीन में दो बार पी सकते हैं।
आंतो को मजबूत करने के उपाय
1. आंतो को मजबूत बनाने की सबसे पहले और जरूरी प्रक्रिया है आंतों की सफाई ताकी आंतों की दिवार से चिपकी हुई गंदगी बाहर निकल जाए। इसके लिए सबसे अच्छा तरीका है रोज सुबह एक गिलास गुनगुने पानी में एक निम्बू का रस और एक चम्मच शहद मिलाकर पीना। अगर आप प्रतिदिन सुबह में खाली पेट निम्बू का सेवन करते हैं तो आपकी आंतें साफ होकर दुगनी क्षमता से काम करेंगी।
इसके अलावा आप अपने आहार में फ्लेकसीड्स, मेथी दाना, अजवाइन इत्यादि शामिल करके अपने आंतों की सफाई कर सकते हैं।
2. आप अपने आहार में प्रोबायोटिक शामिल करें। अपने आहार में प्रोबायोटिक का इस्तेमाल करके हम गुड बॕक्टेरीया गट को बढ़ा सकते हैं। प्रोबायोटिक मुख्यत डेयरी प्रोडक्ट इसके अलावा इडली, डोसा , डोकला, सेवफल, केला, लहसुन, प्याज, अंजीर में भी प्रोबायोटिक उपस्थित होता है। इनको अपने आहार में शामिल करके अपने आंतों की कार्यक्षमता को बढ़ा सकते हैं।
3. आंतों की स्वास्थ्य की दृष्टि से फायदेमंद डाइट अपने आहार में शामिल करना। इसके लिए फाइबर युक्त आहार का सेवन करना होता है। जो अलसी ,बदाम, अनार, सुखा अंजीर, गेहूं का चोकर, बाजरा, राग का आटा, राजमा, दाल, गाजर और चुकंदर में प्रचुर मात्रा में होता है। इनके सेवन के साथ पानी बहुत पीना चाहिए।
आंतों को मजबूत करने के लिए क्या खाएं
दही और केफिर जैसे फर्मेंटैड फुड्स का सेवन आंतों को स्वस्थ रखने के लिए बहुत अच्छा है। इसके बेक्टेरिया तेजी से भोजन पचाने में मदद करते हैं आंतों के पाचन इंजाइम को बढ़ाते हैं। इस तरह ये आंतों की सेहत के लिए के लिए फायदेमंद है।
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पेट की सफाई के लिए योग
1. जीवमूल शोदानम।
जीव जीभ है, मूल जीभ की जड़ है और शोधन का अर्थ है सफाई। तो यह जीभ की सफाई की गतिविधि है। यह तकनीक
पूरे पाचन तंत्र के साथ-साथ सिस्टम की मदद करेगा, जो शरीर के विषाक्त पदार्थों को खत्म करता है। सुबह जब किया जाता है तो यह वास्तव में बहुत अच्छे मल त्याग में भी मदद करता है।
आपको अपने गले में छोटी जीभ नीहारिका तक दो अंगुलियां डालना सीखना होगा, यहाँ पर रगड़ो । यह एक सुंदर तकनीक है। ऐसा कोई भी कर सकता है क्योंकि उल्टी होना एक बहुत ही स्वाभाविक घटना है। केवल आप ही अपनी उंगलियों की मदद से इसे अच्छी तरह से कर रहे हैं। तो ऐसा करें और इससे आपका पेट तुरंत ठीक हो जाएगा। इसके बाद नमक के पानी से गरारे करें।
2. शोनायक:
यह श्वास का निलंबन है, साँस छोड़ने के बाद। यह शुनायक प्राणायाम, पेट को मजबूत करने में मदद करता है और सुस्त पाचन और बृहदान्त्र को सक्रिय करता है। इस प्राणायाम में आपको ध्यान मुद्रा में बैठना है, रीढ़ सीधी, सिर सीधा। एक सामान्य साँस लें, जब साँस पूरी हो जाए, तो धीरे-धीरे साँस छोड़ना शुरू करें, लंबी साँस छोड़ें जब तक आपको लगे कि फेफड़ों में और हवा नहीं बची है। और फिर अपने पेट को अंदर खींच लें, इसे कभी-कभी कम से कम 5 से 10 सेकंड के लिए अपने शरीर में बिना किसी हलचल के पकड़ें और फिर अपने पेट को आराम दें। 1 राउंड के बाद सामान्य रूप से 4-5 बार सांस लें और फिर दूसरे राउंड शुरू करें। इसका शांतिपूर्वक व्यवस्थित रूप से अभ्यास करें और आपको बहुत लाभ होगा।
3. अग्निसार - एक अन्य तकनीक को अग्निसार कहा जाता है। यह पेट की एक सरल, तेज और जोरदार गति है। यह टोन करता है, यह पाचन तंत्र को सक्रिय और साफ करता है और बहुत प्रभावी ढंग से उन्मूलन करता है। खड़े हो जाओ और अपने हाथों के साथ सीधे बैठो, इस तकनीक में कोई सांस लेने की लय और ध्वनि नहीं है। तेजी से और जबरदस्ती अपने पेट को अंदर खींचे और छोड़े, ऐसा कुछ राउंड तक करते रहें। आप 10 से 15 ऐसे आंदोलनों से शुरू कर सकते हैं और 50 तक ऐसे आंदोलनों को कर सकते हैं।
4. आसन
कुछ आसन जो पेट की मांसपेशियों को मजबूत करने और रक्त परिसंचरण में सुधार करने में मदद करते हैं। ये आसन हैं शलबासन, सुप्त वक्रासन, अर्ध मस्तेन्द्रासन और पवनमुक्तासन। ये आसन पाचन तंत्र में फंसी गैसों को बाहर निकालने में मदद करते हैं। वे पुरानी कब्ज को ठीक करने के साथ-साथ पेट और आंतों के रोगों को दूर करने में मदद करते हैं। स्वस्थ पेट का मतलब है खुश आप। इसलिए अपने पेट को डिटॉक्स करें और स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं से बचें। तो अपने पेट को डिटॉक्स करने के लिए अपच, एसिडिटी, सूजन और कई अन्य स्वास्थ्य समस्याओं से बचें, इन शक्तिशाली तकनीकों का नियमित रूप से अभ्यास करें।
निष्कर्ष
मैं आशा करता हूं कि घर पर पेट को साफ करने के प्राकृतिक और सुरक्षित तरीके, आपके समझ में आ गया होगा और आप इससे लाभ उठा सकेंगे। अगर आपको ये पोस्ट अच्छी लगी है तो इसे अपने दोस्तों को जरूर शेयर करें।