ध्यान योग क्या है
ध्यान वह मानसिक प्रक्रिया है जिसके अनुसार किसी वस्तु की स्थापना अपने मन क्षेत्र में की जाती है। ध्यान का अर्थ है, चिंतन करना,मनन करना। ध्यान को एकाग्रता से जोड़ा गया है। ध्यान का वर्णन सभी योग ग्रंथों में किया गया है। ध्यान के माध्यम से परमात्मा के साथ योग हो जाना ही ध्यान योग कहलाता है।
योग ध्यान कैसे करे
ध्यान के लिए सिद्धासन,सुखासन या पद्मासन आदि लगाकर सहज बैठ जाएं। एक जिनको निचे बैठने में असुविधा है,वह खुर्ची पर बैठ जाएं। गर्दन सीधी रखें,आंख बंद करें पुरा देह ,मन शिथिल,सहज और भगवान के प्रति पुर्न समर्पित। ध्यान के लिए ईश्वर को सर्वोच्च स्थान पर रखें। ऐसे भी जिवन में,जगत में भगवान सर्वोच्च स्थान पर है।जब हम भगवान की स्तुति , प्रार्थना आदि उपासना के लिए, ध्यान समाधि के लिए,प्रभु आराधना के लिए बैठते हैं तो स्वयं से लेकर समस्त सृष्टि तक भगवान की ही महिमा का अनुभव करना।
ध्यान की तैयारी के लिए अपने आप को ध्यान में पुरी तरह समर्पित करने के लिए, सबसे पहले देह का शिथिलीकरण करें और देह से परे स्वयं को देही परे अनुभव करना,साक्षी हो करके ,दृष्टा बन करके,मार को शिथिल,सहज, ढीला, शांत। मस्तिष्क में उठे विचार भी सहज,दीव्य और पवित्र,मेरा मस्तिष्क सहज, शिथिल, शांत,ज्ञानमय, ज्योर्तिमय, तेजोमय।
मेरी प्रज्ञा पुरी तरह से प्रकाशित।माथे के बाद , आंखो को शिथिल करें। आंखे सहज, आंखों की पलकें , पुतलियां सहज,मन में प्रभु का मनन।"प्रभु मेरा शीश आपके चरणों में सदा झुका रहे, आप हि में,आप ही के उपासना में,आप ही के भक्ति में,आप ही के वन्दना में प्रभु सदा निता रहे।"
दाए हांथ को देखें और दाएं हाथ के कन्धे को सहज, शिथिल अनुभव करते हुए। प्रभु को समर्पित है,ये हाथ,हाथ का कन्धा,भुजा, कोहनी,कलाई,हाथों की उंगलियां।था हाथ की तरह बाद हाथ का कन्धा, कोहनी,कलाई,अंगुरिया, अंगुठे सब सहज, शिथिल, समर्पित।
प्रभु हाथ से तेरा ही काम करु।मेरा हर कर्म प्रभु तेरी पुजा की जाए।मैं जो भी करू प्रभु आपकी प्रेरणा से,आप ही के शक्ति से,आप ही के प्रेरणा से,आप ही के व्दारा दि हुये ज्ञान से,आप ही के व्दारा प्रदान किया हुआ है,ये कर्म करने का सामर्थ्य,सारे संसाधन से कुछ प्रभु आपका है।मैं निमित्त मात्र। हो करके कृतघ्न के असर से मुक्त हो करके,कर्म को अपना धर्म मानकर के, आपकी पुजा मानकर के करू।
ऐसे इन हाथो में सामथ्र्य दे।हाथ शिथिल,सहज और समर्पित करु पुजा में। ऐसे ही शिथिल कर दे फेफड़ों को, हृदय को।एक एक श्वास फेफड़ों में आ रहा है,जा रहा है।प्रभु हर सांस में तेरी वंदना है, तेरी पुजा,तेरी उपासना,तेरा स्मरण हो प्रभु हर सांस में ।ऐसी प्रेरणा दे हमें,ऐसी भक्ति दे हमें,ऐसा खुशी दे,ऐसा सामर्थ्य दे। प्रभु हृदय में आपकी प्रीति,आपका ही प्रेम, समर्पण।
हृदय शिथिल,सहज और प्रभु के चरणों में समर्पित। प्रभु आप ही मेरे सर्वोच्च प्रेम,मेरे हृदय के सिंहासन पर प्रभु आप सदा विराजमान हो।
योग ध्यान के लाभ।
1.ध्यान हमारे अजाग्रत मन की शक्तियों को एक्टीव करता है और हम जानते हैं कि जाग्रत मन की शक्तिया कीतनी शक्तिशाली होती है। हमारे आजतक महसूस किए गए सभी विचार , भावनाए,सभी अहसास हमारे अजाग्रत मन में वैसे के वैसे पड़े हैं और हमारे अन्तंपुर्णा क्रिएटिव विचार या बड़े आईडिया हमारे मन से ही आते हैं।।अजाग्रत मन को कन्ट्रोल कर किसी भी विचारों में परिवर्तन लाया जा सकता है।
2.कोई भी बुरी आदत छुड़वाई जा सकती है या मानसिक तकलीफो में फायदा पहुंचाया जा सकता है, और ध्यान करने से हमारे अजाग्रत मन की शक्तिया जाग्रत होती है।अगर आपको लगता है कि आपको पहले जैसा याद नही रहता है।आप की चिजो पर ध्यान नहीं दे पा रहे हैं,तो आपको जरूर ध्यान करना चाहिए।
3.ध्यान (मेडिटेशन) आपके ब्रेन की ECG को प्रभावित करती है। जो हमारे सोचने समझने की शक्ति को विकसित करता है। जिसके कारण हमें किसी भी चीज पर एकाग्र होने की और ध्यान देने कि क्षमता बढ़ती है।
4.तनाव की वजह से हमारे शरीर में उच्च रक्तचाप,थकान,ब्रेनसेल्स का नष्ट होना,पाचन शक्ति में कमी और निंद न आना जैसे प्रोब्लम होते हैं।तो दुसरे तरफ़ स्ट्रेस की वजह से होने वाले प्राब्लम में चिंता, डिप्रेशन , फोबिया, पर्सनेलिटी डिसआर्डर जैसे तकलीफे होती है।स्ट्रेस के कारण उत्पन्न हुई शारीरिक और मानसिक दोनों तकलीफो को ध्यान से खत्म किया जा सकता है।
5.ध्यान टेम्पोरोपेटर्न जंक्शन को एक्टिवेट कर देता है।जिसे एकतारी और एक्टीव लाईफ के कारण भी हमारा दिमाग थकता नहीं है और समय फीलींग बढ जाती है। जिसके कारण हम फिर से वही बच्चों जैसी एन्थोसियास्टिक लाईफ जी सकते हैं।
निष्कर्ष
ध्यान आपके पाचनतंत्र को नियंत्रित करता है। जिससे हमारे शरीर का वजन नियंत्रित होता है और शरीर फिट रहता है। ध्यान आपके लाईफ को खुशल बनाता है। दोस्तों योग ध्यान क्या है और योग ध्यान कैसे करे ये आपको समझ में आ गया होंगा। अगर आपको ये पोस्ट अच्छी लगी है तो इसे अपने दोस्तों के साथ जरुर शेयर करे।