दोस्तों आज तनावपुर्ण जीवन शैली में मेडिटेशन आपको रिलैक्स करने में मदद करता है। जब अक्सर हमारी इंन्द्रिया सुस्त हो जाती है तो मेडिटेशन हमें जागरुकता बढ़ाने का अवसर देता है। शोध बताते हैं कि मेडिटेशन में स्थाई रूप से तनाव से राहत दे सकता है। इसके आराम एवं सुखदायक लाभों के कारण और एक्टीव लाइफ के लिए विशेषज्ञ मेडिटेशन करने की सलाह देते हैं।
आप जानते हैं कि मेडिटेशन की प्रकार के विभिन्न हिस्सों को टारगेट करने के लिए होता है। अध्यात्मिक गुरुओं और मानसिक स्वास्थ्य विशेषज्ञों ने मेडिटेशन के कई प्रकार विकसित किए है। जिससे पता चलता है कि मेडिटेशन हर व्यक्तित्व और हर लाइफ स्टाइल लोगों के लिए अनुकूल है और उसका अभ्यास हर कोई कर सकता है।
जो लोग मेडिटेशन करते हैं, उन्हें इसके अभ्यास से शारीरिक स्वास्थ्य के साथ साथ भावनात्मक स्वास्थ्य में भी सुधार करने का मौका मिलता है।
मेडिटेशन का क्या अर्थ है
मेडिटेशन ( ध्यान ) एक मानसिक व्यायाम है। जिसमें रीलेक्सेशन, फोकस और जागरूकता शामिल है। जिस प्रकार शरीर के शारीरिक व्यायाम काम करता है, वैसे ही मेडिटेशन दिमाग के लिए एक अभ्यास है। यह अभ्यास आमतौर पर व्यक्तिगत रूप से बैठकर, शांत में स्तिथी में और आंख बन्द करके किया जाता है। मेडिटेशन एक अभ्यास है जिसमें कोई व्यक्ति एक तकनीक का उपयोग करके जैसे मांईडफुलनेस( सचेतन ध्यान ) जिसमें किसी वस्तु, विचार या गतिविधि पर ध्यान केंद्रित करता है। ताकि फोकस अवेयरनेस को बढ़ावा जा सके।
इसका अभ्यास एक व्यक्ति को मानसिक रूप से स्पष्ट बनाता है और भावनात्मक रूप से शक्ति और स्थिरता प्रदान करता है।
मेडिटेशन के फायदे क्या हैं
मेडिटेशन की रुप में आपके स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद होता है। यह शारीरिक, मानसिक और भावनात्मक रूप से आपको सेहतमंद बनाता है। मेडिटेशन का नियमित रूप से अभ्यास करने से आपको निम्न फायदे मिल सकते हैं।
1. तनाव को कम करना - मेडिटेशन के फायदो मे से एक है।यह काॅर्टीसोल के स्तर को नियंत्रित करके आराम देता है। मेडिटेशन चिंता, अवसाद और निराशा जैसी मानसिक स्थितियो मैं आपके मस्तिष्क को शांत करके राहत दिलाता हैं।
2. मेडिटेशन का नियमित अभ्यास इंग्जायटी डीसआॕडर के लक्षणों भी कम करता है। जैसे की फोबिया, शोसल इंग्जायटी, पॕरानायड विचार, कंपल्सिव डीसआॕडर इत्यादि।
3. मेडिटेशन इन्जिंग के दिया करता है और आपको जंवाई बनाए रखने में मदद करता है।
4. मेडिटेशन करने से आप रिलैक्स रहते हैं। जिससे आपको अच्छी निंद लेने में मदद मिलती है।
मेडिटेशन के प्रकार क्या है
1. झेन मेडिटेशन - झेन मेडिटेशन बौद्ध परंपरा का एक हिस्सा है। इसका अभ्यास एक ट्रेन्ड प्रोफेशनल के मार्गदर्शन में करना चाहिए।इसके अभ्यास में कुछ विशेष स्टेप और आसन शामिल होते हैं। यह आपके दिमाग को तेज करने में मदद करता है और आपको तनाव मुक्त करके आराम प्रदान करता है।
2. माइंडफुलनेस मेडिटेशन ( सचेतन ध्यान ) - माइंडफुलनेस मेडिटेशन ध्यान का ही एक रूप है।जो साधक को वर्तमान में जागरूक और उपस्थित रहने में मदद करता है।इस मैडिटेशन के अभ्यास से आप खुद को सचेत और सतर्क बना सकते हैं। इसके अभ्यास के दौरान आप अपने आसपास होने वाली सभी गतिविधियो, ध्वनियों और महक पर ध्यान केंद्रित कर सकते हैं। इसका कहीं भी, कभी भी किया जा सकता है।
3. आध्यात्मिक मेडिटेशन - हिंदू और ईसाई धर्म में पाॕपुलर आध्यात्मिक मेडिटेशन आपको अपने ईश्वर के साथ एक गहरा संबंध बनाने में मदद करता है। इस ध्यान का अभ्यास करने के लिए आपको इतना सुनिश्चित करना है की आप मौन में बैठे है और अपने सांसों पर अपने ध्यान को केन्द्रित करें। ध्यान करते हुए आपका हर एक विचार आपकी सांसों पर ही केन्द्रित होना चाहिए।
4. कुंडलिनी योग मेडिटेशन - कुंडलिनी ध्यान का एक प्रकार है। जिसमें आप शारीरिक रूप से सक्रिय होते हैं। इसमें गहरी सांस लेने और मंत्रों का उच्चारण करने के साथ साथ की मुवमेंट भी शामिल होते हैं। इसके लिए आपको आमतौर पर क्लास लेने की आवश्यकता होती है। या फिर आप किसी प्रशिक्षक से इसे सिख सकते हैं। हांलांकि आप घर पर भी इसका आसन और मंत्र सिख सकते हैं।
5. मंत्र मेडिटेशन - मंत्र एक संस्कृत शब्द है। जो दो शब्दो से मिलकर बना हुआ है। मन जिसका अर्थ है मस्तिष्क या सोचना और त्राई जिसका अर्थ है रक्षा करना , से मुक्त करना।इसलिए मंत्र का मतलब है अपने मन को मुक्त करना या सोच को मुक्त करना।
मंत्र मेडिटेशन का अभ्यास करके मन नेगेटिव विचारो से दूर करके इसे सकारात्मकता की ओर ले जाया जाता है।
निष्कर्ष
मेडिटेशन का अभ्यास आप योग की तरह ही दिन में एक या दो बार कर सकते हैं। लेकिन जरूरी है कि इसका अभ्यास आप रोज करें तभी आपको इसका फायदा मिलेगा। अगर मेडिटेशन करने के सही समय के बारे बात करें तो वैसे तो मेडिटेशन का अभ्यास दिन में किसी भी समय किया जा सकता है। जब आप इसे करने में सहज महसूस करें और आपके आसपास का माहौल फोकस करने के लिए उचित हो तब आप मेडिटेशन कर सकते हैं। परंतु सुबह का समय सुरज उगने पर मेडिटेशन का अभ्यास करना सबसे ज्यादा उचित माना जाता है।यह आपके इंन्द्रियो खोलता है और दिमाग को सक्रिय रखता है। और मन को शांत करता है। इसके अलावा आप शाम के समय भी मेडिटेशन कर सकते हैं।
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