बॉडी स्कैन मेडिटेशन क्या है -
बाॕडी स्कैन मेडिटेशन कैसे करें -
- आपको सबसे पहले किसी भी आरामदायक स्थिति में बैठ जाना या लेट जाना होता है। आपको चौकड़ी मारके नहीं बैठना है। किसी कुर्सी या सोफे पर बैठना है। और फिर कम से कम दस सांसें जितनी गहराई तक हो सके उतनी ज्यादा लेना है। और फिर आपको पुरी तरह से शांत होना है।
- दोनों पैरों के बिच थोड़ी दुरी रखनी है। और जब अभ्यास करें तो की बार अपना ध्यान शरीर में अलग अलग जगह केन्द्रित करें। किसी एक से दुसरे अंग कि ओर या किसी एक के हिस्से से दुसरे अंग के हिस्से की ओर करे तो याद रखें की एक contenuty में ध्यान ले के जाना हे। इसी स्केन करना कहते हैं। इस स्केन की वजह से आपका मन विचलीतनहीं होंगा। और आप अधिक देर तक ध्यान लगा पाएंगे। और अपने ध्यान को अपने सिर से लेकर पैर तक गुजारना है। जैसे आप अपने हर एक अंग को ट्रेक कर रहे हो । ऐसे ही आपको इस प्रोसेस को पैर की उंगली से लेकर अपने पेट, छाति और नाक, कान आदी से होकर सिर तक पहुंचाना होता है। और इस प्रोसेस को शुरुआत में दो - चार बार दोहरा सकते हैं ।
- फिर धीरे धीरे अपने ध्यान को एक एक अंग पर कुछ देर तक रोककर ऐसे चेक करने की जरूरत है जैसे कोई गडबड तो नहीं है।
- बाॕडी स्कॕन मेडिटेशन दौरान के जो भी भाव या संवेदनाए महसूस होती है उन्हें वैसा ही देखे। ये ना सोचें की ऐसा क्यों हो रहा है या ऐसा नहीं होना चाहिए था। हमारा लक्ष्य केवल जो हो रहा है उसके प्रति साक्षी भाव बनाने का है। तो मनझब विचलित हो तो उसे वहां से हटाकर इस क्रिया पर ले आएं।
- अब अपने शरीर की और ध्यान लेके जाए। बाहर के जगत से अन्दर कि और आना है। आंखें बंद करले। अब ध्यान दें कि आप किस पाॕश्चर में बैठे है। या लेटे है। आराम से बैठे या लेटे। जिस तरह से भी आरामदायक लगे वैसे अपनी स्थिति बनाए।
- अब शरीर को पुरा निचे से उपर तक देखें मतलब की उस पर ध्यान बनाए और देखें की किस तरह आप इस पाॕश्चर में बैठे या लेटे हुए है। शरीर को कुर्सि या सोफ़ा या जिस पर भी आप बैठे या लेटे है। उससे आपके शरीर का पिछला हिस्सा किस प्रकार सम्पर्क में हैं। इस पर ध्यान बनाए। शरीर जैसा है उसे वैसा ही देखे। शरीर में कोई हर हरकत ना करें ऋ शरीर कोई अकड़न महसूस करें तो उसे ढिला करें।
- पुरे शरीर अब एक साथ देखे । वो किस तरह पड़ा हुआ है यह देखे। उपर से नीचे तक धीरे धीरे ध्यान लेके जाए। और हिस्से को अपने शरीर के एक हिस्से के रुप में देखें। यह पुरा एक शरीर है इसे देखें। सब आपस में जुड़ा है । यह सभी अंग आपका हिस्सा है। आप अपनी सांसों पर ध्यान दे। अपनी सांसों को दिया चलता हुआ देखें। सांसों के साथ शरीर कार्य करता हुआ देखें। सांस लेने की प्रक्रिया में मुवमेंट देखें। उस पर ध्यान दें जाए।
- अपने को अब रिलेक्स होता हुआ देखें। शरीर शांत हो चुका है। आपका मन भी शांत है। शरीर को आपने हल तरह है स्केन किया। अपने को सम्पूर्णता में विटनेस किया । खुद के साक्षी बने।
बॉडी स्कैन मेडिटेशन के लाभ -
1. जब कोई इस मेडिटेशन को करना शुरू करता है तो उसकी बाॕडी और माइंड से हर तरह का स्ट्रैस और चिंता दुर हो जाती है और उसकी जगह एक मानसिक शांति खुदब खुद पैदा होने लगती है। इसको करने से किसी की निंद की समस्या दूर होती है।
2. इस ध्यान की मदद से ही कोई अपने शरीर में पैदा होने वाली किसी भी बिमारी को बिल्कुल शुरुआत में ही पकड़ने में कामयाब होता है। क्योंकि जब भी किसी के शरीर में कुछ बिमारी अपने शुरुआत में होती है तो वो अपना क्लु इंसान के दिमाग को देती है और दुसरा उसके बाॕडी को और अगर कोई इस तरह के ध्यान को करता रहता है तो उसको इन दोनों में से एक क्लु तो शुरुआत में ही मिल जाता है।
3. इस मेडिटेशन को करने से कोई भी बहुत ज्यादा सेल्फ अवेयर होने लगता है। बिल्कुल क्लियर ही समझ आने लगता है की वह जौ कुछ भी है वो ऐसा कौन है।
निष्कर्ष
शरीर हमें हर समय बहुत सी जानकारी दे रहा होता है। अलग अलग संवेदना के रूप में , चाल चलन के रूप में या फिर अंगों की स्थिति के रूप में। शरीर हर पल एक अलग और नई अवस्था में आ जाता है। उसकी स्थितीया बदलती रहती है। उसकी अवस्था बदलती रहती है। और हम इन सब के बिल्कुल जागरूक नहीं होते। यहां तक कि हम हर पल सांस ले रहे हैं ये भी नहीं देखते। और सांसें भी अपनी गति बदलती रहती है।कई बार इसका भी ध्यान नहीं आता।
सब आॕटोमेटिक तरिके से जल्दी जल्दी और चेतन मन के अधिन होकर क्रियाशील रहता है। पर हमें ये सब जानना जरूरी है जिससै हम शरीर के माइंडफुल हो सके और सजगता से मन को शांत कर सके।
दोस्तों बाॕडी स्कॕन मेडिटेशन क्या है और बाॕडी स्कॕन मेडिटेशन कैसे करे इसके बारे में आपको जानकारी मिल गई होंगी। अगर आपको ये पोस्ट अच्छी लगी तो इसे अपने दोस्तों के साथ जरुर शेयर करे।